सिनेसंगीताच्या सुवर्णयुगाचे प्रतिनिधी अमीन सायानी
बहनो और भाइयो नमस्कार, आदाब, सतश्री अकाल, मैं आप का दोस्त अमीन सायानी आज जो गीत पेश करने जा रहा हूँ बहनो और भाइयो वो गीत बिनाका गीतमाला की पहली पायदान पे पहुँच गया है तो बहनो और भाइयो तैयार हो जाये दिल थाम के बैठिये ,,जिसे लिखा है,हमारे श्री आनंद बक्शी जी ने संगीत से […]